मैं तुम्हे भुलना चाहता हूँ | Sad | Poem in Hindi | Heart-Touching Poem | Sad Shyari in Hindi 2021
मेरे होने से या मेरे ना होने से
बिलकुल बुरा नहीं लगता क्या
मेरे जाने से या मेरे रोने से
मैं सो नहीं पाता रातो को
तुम्हारी याद आती रहती है
रह-रह के रोने का मन करता है
आँखे भी लाल रहती है
कोई आहट होती है ना
तो ऐसा लगता है जैसे
तुम वहाँ हो
अब तो मुझे पता भी नहीं कि
मेरे ख्यालो के अलावा तुम रहती कहाँ हो
मैं खुद को बिजी रखने की
बेहद कोशिश करता हूँ
तुम्हे यकीन भी नहीं होगा
तुम्हे भूलने के लिए
क्या-क्या नहीं मैं करता हूँ
पर आ जाती है याद
कौन रोक सकता है
पहले भी आती थी
पर आजकल खुद को
सँभालना मुश्किल हो रहा है
एक, दो, तीन
कितने साल हो गए ना
तुम्हारा चेहरा नहीं देखा
तुमसे बात नहीं की
बस थोड़ी-सी देर के लिए
तुम्हारा मुझसे मिलने का मन नहीं करता क्या?
आज भी आँखो पे ठीक वैसे ही
फ्रेम्स लगती हो क्या?
जैसे मुझे पसंद थे
याद है केसे हाथो पे हाथ रखकर
हम साथ मे तह वो सफर किया करते थे
तुम्हे पता है मैने आज तक वो बातें
कभी खुद मे भी नहीं दोहराई
जो तुमने कहा था
किसी को भी मत बताना
मैं कहना चाहता हूँ तुमसे कि
तुम्हारी याद बहुत आती है
कोशिश भी करता हूँ
पर कभी कह ही नहीं पाता
एक हो फोटो हो हमारी
जो दिखाती है कि हम कभी पास तो थे
आँखे मेरी झूठ नहीं बोलेगी
एक बार देखना जरूर
उनमे सारे ख़्वाब तुम्हारे ही तो थे
मैं तुम्हे देखकर पूरी दुनिया
भूल जाया करता था
और आज हर शक्स मे बस
तुम ही तुम दिखती हो
सबका हाल पूछने का वक़्त तो
निकल लेती होगी ना तुम
हमेशा मेरे ही अंदाज़ को क्यों
नज़रअंदाज़ कर दिया करती हो
मैने सुना था थोड़े दिन पहले
तुम्हारा इस शहर आना हुआ था
कुछ पुराने दोस्तों से मिली थी तुम
पर क्या तुम्हे पता है
मैं भी उसी जगह था
शायद इतना खास नहीं रह गया
मैं तुम्हारे लिए
पर एक खासियत है मुझ मैं
जिस दिन मिलोगी न मुझे
कोई सिकवे नहीं होंगे दिल मे
बस मोहब्बत होगी
जो शायद उस दिन
नज़र आ जाये तुम्हे
मैं नहीं माँगुंगा साथ तुम्हारा
दोबारा नहीं पकडूँगा हाथ तुम्हारा
बस एक बात कहना चाहूंगा
जो कबसे कहना चाहता हूँ
मैं तुम्हे भूलना चाहता हूँ
मैं तुम्हे भूलना चाहता हूँ


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