कोई तो हो | Best Sad Poem in Hindi
आज की ये Poem एक Sad Poem है। इस Poem मे एक शक्स अपनी हालात बताता है कि वो किस हद तक अकेला हो गया गया है। हमेशा Sad-Sad सा रहता है। पर उसकी इस Sadness को दूर करने के लिया या फिर अपनी बाते Share करने के लिए उस शख्स के पास कोई नहीं होता है, जिसके कारण वो और भी ज्यादा Sad और Depress हो जाता है। अगर आपको हमारी आज की यह Sad Poem पसंद आये तो Please अपने valueable comments जरुर करे ताकि हमको ऐसे Articles और लिखने की प्रेरणा मिले। और इस Sad Poem को अपने दोस्तों के साथ share जरुर करे।
ज्यादा वक़्त जाया न करते हुए मैं आज की हमारी इस Sad Poem पर आता हूँ जिसका नाम है
कोई तो हो
जब आप तन्हा रातो मे अकेले होते हो
तब लगता है कि कोई तो हो
कोई तो हो जिसके
संग मैं रह सकू
कोई तो हो जिससे
मैं अपने दिल की उलझने कह सकू
कोई तो हो....
चाहे भाई हो
बहन हो
माँ-बाप हो
दोस्त हो या
मेहबूबा हो
कोई तो हो....
क्युकी ये दिल अकेला नहीं रहना चाहता
क्युकी ये जग शांत नहीं रहना चाहता
दुनिया की हर उठा-पटक के साथ
दिल सहम - सा जाता है
हर आतंक से सिहर - सा जाता है
जब निराशा की चादर ताने
अरमाने सो जाती है
जब उम्मीदो की तम्हार किरणे
नाउम्मीदी मे खो जाती है
तब कोई तो हो....
कोई तो हो जिसे अँधेरे मे टटोलकर
बाहो मे भर सकू
कोई तो हो जिसके
इर्द-गिर्द मैं रह सकू
जिससे उलझने मैं दिल की कह सकू
खुद को रुलाना
खुद रोना
खुद को हसाना
खुद हसना
खुद को खाना
खुद खिलाना
अरे ! तंग आ गया हूँ मैं
खुद की इस खुदगर्ज़ी से
अब जीना चाहता हूँ
किसी की खुशियों के लिए
किसी की मर्ज़ी से
पर कोई तो हो....
कोई तो हो जो इस बेडोर पतंग को
फिर से उड़ा सके
कोई तो हो जो मुझे अपना कह
मुझ पर हुकूमत चला सके
कोई तो हो जो मुझ पर
मोहब्बत लुटा सके
कोई तो हो जिसके संग मैं
हस सकू
आँशु मे बह सकू
जिसे मैं अपना कह सकू
कोई तो हो जिसके
इर्द-गिर्द मैं रह सकू
कोई तो हो जिससे मैं
उलझने दिल की कह सकू
कोई तो हो....
अगर आपको हमारी आज की यह Sad Poem पसंद आये तो Please अपने valueable comments जरुर करे ताकि हमको ऐसे Articles और लिखने की प्रेरणा मिले। और इस Sad Poem को अपने दोस्तों के साथ share जरुर करे ।


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